Mercedes-Benz Price: जर्मन लग्जरी कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने अपने भारतीय ग्राहकों के लिए एक अहम घोषणा की है। उनकी कारों की कीमतें जल्द ही बढ़ेंगी और यह वृद्धि दो चरणों में की जाएगी। इसलिए, मर्सिडीज खरीदने पर विचार कर रहे ग्राहकों को यह अवसर नहीं गंवाना चाहिए।
मर्सिडीज़ ने जून से सितंबर के बीच चरणबद्ध तरीके से अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है। इससे उपभोक्ताओं की जेब पर भारी वित्तीय बोझ पड़ने की संभावना है। इसलिए, जो उपभोक्ता लग्जरी कार खरीदने पर विचार कर रहे हैं, उनके लिए अगले कुछ महीनों में अपनी खरीदारी की योजना बनाना लाभदायक होगा।
कीमत कितनी बढ़ेगी?
कुछ मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मर्सिडीज 1 जून से कीमतों में 1 से 2 प्रतिशत की वृद्धि करेगी और 1 सितंबर से 1.5 प्रतिशत की वृद्धि करेगी। इसका मतलब है कि कुल वृद्धि लगभग 3 प्रतिशत तक हो सकती है। उदाहरण के लिए, सी-क्लास जैसी एंट्री-लेवल कार की कीमत लगभग 90,000 रुपये बढ़ सकती है, जबकि मर्सिडीज-मेबैक एस 680 जैसे टॉप-एंड मॉडल की कीमत लगभग 12.2 लाख रुपये बढ़ने की संभावना है।
इसके पीछे का कारण बताते हुए मर्सिडीज-बेंज इंडिया के सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि यूरो के मुकाबले रुपया करीब 10 फीसदी कमजोर हो गया है। परिणामस्वरूप, आयातित स्पेयर पार्ट्स और पूर्णतः निर्मित इकाइयों (सीबीयू) की लागत बढ़ रही है। अब तक कंपनी इस अतिरिक्त लागत को स्वयं वहन कर रही थी, लेकिन अब उसने इसका कुछ बोझ ग्राहकों पर डालने का निर्णय लिया है।
अन्य वित्तीय दबाव
आयात लागत में वृद्धि और परिचालन लागत में निरंतर वृद्धि के कारण कंपनी को कीमतें बढ़ाने का निर्णय लेना पड़ा है। विदेशी मुद्रा दरों में अचानक परिवर्तन भी इसका एक महत्वपूर्ण कारण है।
मर्सिडीज़ ने मूल्य वृद्धि को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का निर्णय लिया है ताकि ग्राहक अपनी खरीदारी की योजना बना सकें। इसके अलावा, मर्सिडीज-बेंज फाइनेंशियल सर्विसेज सुविधाजनक और लचीली वित्त योजनाएं भी प्रदान करती है, जिससे कार खरीदना और भी आसान हो जाता है।
जो लोग मर्सिडीज़ खरीदना चाहते हैं, उन्हें आर्थिक लाभ हो सकता है, यदि वे इस वृद्धि के लागू होने से पहले अपना निर्णय ले लें। क्योंकि एक बार कीमतें बढ़ गईं तो उनके दोबारा गिरने की संभावना नहीं रहती। इसलिए, इस लक्जरी कार के लिए अभी निर्णय लेना समझदारी होगी।